डीजीपी विनय कुमार और एसएसपी हृदयकांत की सख्ती से बदली कानून व्यवस्था की तस्वीर

“अपराधी हो या भ्रष्टाचारी, कोई नहीं बचेगा”—डीजीपी का सख्त संदेश, भागलपुर में एसएसपी की सक्रियता से पुलिसिंग में आया बदलाव

पूर्णेन्दु/पटना/भागलपुर: बिहार की पुलिस व्यवस्था में इस वक्त बदलाव की एक नई बयार बह रही है। राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार अपने सख्त रवैये और ईमानदार छवि के लिए जाने जा रहे हैं। वे न केवल अपराधियों पर शिकंजा कसने की बात कर रहे हैं, बल्कि विभाग के भीतर फैले भ्रष्टाचार को भी जड़ से खत्म करने के लिए लगातार सक्रिय हैं।

“अपराधी हो या भ्रष्टाचारी, कोई नहीं बचेगा, सबको रगड़ दूंगा,” डीजीपी के इस सख्त बयान के बाद से ही पूरे पुलिस विभाग में हलचल मच गई है। अब जिले के पुलिस कप्तान खुद सड़कों पर नजर आ रहे हैं, और भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिसकर्मियों में भी खौफ का माहौल बन गया है।

भागलपुर के एसएसपी की सक्रियता बनी मिसाल
डीजीपी के निर्देशों पर अमल करते हुए भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) हृदयकांत एक अलग ही उदाहरण पेश कर रहे हैं। भागलपुर में शायद ही पहले किसी एसएसपी ने इतने सक्रिय रूप से क्षेत्र का भ्रमण किया हो। उनका लक्ष्य है—बेहतर पुलिसिंग और आम जनता को न्याय सुनिश्चित करना।

अब भागलपुर की सड़कों पर सक्रिय पुलिसकर्मी नजर आ रहे हैं। थानों में पीड़ितों की शिकायतें गंभीरता से सुनी जा रही हैं, और भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिस अधिकारी अब खुद को सुधारने के लिए मजबूर हो रहे हैं।

पुलिस की छवि में सुधार
एक पुरानी कहावत है—”जैसा कप्तान, वैसी टीम”। हृदयकांत जैसे ईमानदार और कर्मठ अधिकारियों के नेतृत्व में भागलपुर पुलिस की छवि में उल्लेखनीय सुधार आया है। इससे न सिर्फ जनता में भरोसा बढ़ा है, बल्कि पुलिस महकमे के भीतर भी एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है।

डीजीपी विनय कुमार और एसएसपी हृदयकांत जैसे अधिकारियों की सख्ती और ईमानदारी से यह उम्मीद जगी है कि बिहार में कानून व्यवस्था अब और भी बेहतर होगी। अगर यही रफ्तार कायम रही, तो बिहार पुलिस आने वाले दिनों में देश के लिए एक आदर्श मॉडल बन सकती है।

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